
सरस्वती माता की आरती
ॐ जय सरस्वति माता,
ज्ञान की दाता माता।
वाणी की, कला की,
स्वरूपा जगत् की माता।
जय जय सरस्वती माता,
ज्ञान की दाता माता।।प्यारी वाणी और कला की,
जग में जयकारे।
नित बीन चढ़ी शुभ्र मोती,
गंगा से भी प्यारे।।
जय जय सरस्वती माता,
ज्ञान की दाता माता।।वीणा वादिनी पड़ी तपस्विनी,
जो है शुभचिंतक मां।
हाथ में पुस्तक व कलम लेकर,
हर दिल में बसी मां।।
जय जय सरस्वती माता,
ज्ञान की दाता माता।।जो भी नर-नारी देवी पूजा करें,
उसका भाग्य हो उजियाला।
साक्षात सरस्वती माता,
पूजन से होता हर काम सफल।।
जय जय सरस्वती माता,
ज्ञान की दाता माता।।सभी विद्याओं की है वो देवी,
माता हमारी शक्ति।
आशीर्वाद से सजा रहे जीवन,
सद्गति की कर दे वह शक्ति।।
जय जय सरस्वती माता,
ज्ञान की दाता माता।।जय सरस्वती माता की।
सरस्वती पूजा विशेष रूप से भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो विशेष रूप से विद्या, ज्ञान, और कला की देवी सरस्वती की पूजा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन देवी सरस्वती का पूजन करने से जीवन में ज्ञान, यश, और धन की प्राप्ति होती है। सरस्वती पूजा विशेष रूप से वसंत पंचमी के दिन होती है, जो जनवरी या फरवरी के महीने में आती है।
2025 में सरस्वती पूजा के शुभ योग: 2025 में सरस्वती पूजा के लिए कुछ विशेष शुभ योग बन रहे हैं, जिन्हें जानकर आप इस दिन का पूजन विधिपूर्वक कर सकते हैं।
- वसंत पंचमी तिथि: 2025 में वसंत पंचमी तिथि 3 जनवरी को है। इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि यह ज्ञान की देवी सरस्वती का दिन है।
- शुभ समय: इस दिन विशेष रूप से अभिजीत मुहूर्त और गोधूलि वेला में पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- पौष माह का समापन: पौष माह में आने वाली यह पूजा विशेष रूप से जीवन में तरक्की और सफलता लाने के लिए फायदेमंद मानी जाती है।
सरस्वती पूजा करने के लाभ:
- ज्ञान की प्राप्ति: सरस्वती पूजा करने से विद्यार्थी वर्ग को विशेष लाभ मिलता है। यह उनकी पढ़ाई और कैरियर में सफलता दिलाने का एक प्रमुख उपाय माना जाता है।
- कला और संगीत में उत्कृष्टता: संगीत, कला और साहित्य में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिए यह पूजा अत्यधिक फलदायक है। देवी सरस्वती की पूजा से इन क्षेत्रों में सफलता मिलती है।
- व्यावसायिक सफलता: सरस्वती पूजा से किसी भी प्रकार के व्यापार या पेशेवर कार्य में उन्नति होती है। यह पूजा विशेष रूप से व्यवसायियों के लिए लाभकारी होती है।
- धन की प्राप्ति: देवी सरस्वती के आशीर्वाद से धन, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। यह पूजा व्यक्ति को आर्थिक दृष्टि से भी मजबूत बनाती है।
Saraswati Mata की पूजा विधि:
- सबसे पहले सरस्वती माता का चित्र या मूर्ति स्थापित करें।
- उनकी पूजा करने के लिए सफेद फूल, चंदन, पीले रंग की मिठाई और फल अर्पित करें।
- सरस्वती वंदना और सरस्वती स्तोत्र का उच्चारण करें।
- पूजा के बाद अपने लेखन उपकरणों जैसे कि किताबें, कलम, और अन्य शिक्षा से संबंधित वस्तुओं को भी पूजा स्थल पर रखें और इनका आशीर्वाद लें।